Online Bike Insurance In India 2021

क्या आपकी बाइक का बीमा ख़त्म हो गया है या आप नया बीमा ऑनलाइन करना चाहते है तो ये टॉपिक Online Bike Insurance In India आपकी बहुत मदद करेगा क्या आप भी वक्त पर अपनी मोटरसाइकल का बीमा कराते हैं ? समय पर बीमा नही कराने पर आपको दो तरह के नुकसानों का सामना करना पड़ सकता है। बीमा न कराने पर सबसे पहले तो आपको किसी भी दुर्घटना की स्तिथि में कोई मुआवजा प्राप्त नहीं होगा, तो दूसरी ओर आपको ट्रैफिक पुलिस की पेपर की जांच पड़ताल के दौरान फाइन भी देना पड़ सकता है।

किसी दुर्घटना, स्कूटर/बाइक चोरी होने, नेचुरल या दूसरे प्रकार की आपदा की स्तिथि में बीमा पॉलिसी आपके लिए काफी मददगार साबित हो सकता है। यदि आपके दो चक्के गाड़ी से किसी तीसरे आदमी को हानि होता है तो थर्ड पार्टी कवरेज में उसके लिए मुआवजा का भी प्रबंध है।

किसी एक्सीडेंट की परिस्थिति में दो चक्के गाड़ी को होने वाले हानि के मामले में बीमा पॉलिसी उसे सही करने का पूरा खर्च खुद प्रदान करता है।

बाइक इंश्योरेंस क्या होता है ?

यदि किसी आदमी के पास बाइक है तो उसे बाइक इंश्योरेंस करवाना अनिवार्य है। ऐसा इसलिए क्योंकि, बाइक चलाते समय किसी तरह का एक्सीडेंट होता है या फिर बाइक चोरी हो जाती है तो उस व्यक्ति को इंश्योरेंस कंपनी के तरफ से पैसे दिए जाएंगे। यदि आप बाइक इंश्योरेंस नहीं करवाते हैं और बाइक चोरी हो जाता है और बाइक एक्सीडेंट हो जाता है तो आपको एक रुपया भी नहीं मिलेगा। इसीलिए बाइक इंश्योरेंस करवाना अनिवार्य होता है।

बाइक इंश्योरेंस के फायदे ?

  • फाइन और कानूनी कार्रवाई से बचाव :-

मोटर व्हीकल्स एक्ट, 1988 के अनुसार, वाहन बीमा करवाना अनिवार्य होता है। यदि देखा जाए तो वाहन चलाते वक्त इसका सर्टिफिकेट भी आपके पास उपलब्ध होना अनिवार्य होता है। आप बगैर बीमा के गाड़ी चलाते हुए पकड़े गए तो करवाई भी हो सकता है। जानकारी के अनुसार, 1 हजार रूपए तक पेनल्टी भी लग सकता है या आपको तीन वर्ष की जेल भी हो सकता है या फिर आपको ये दोनो सजा एक साथ भी दिया जा सकता है। हमेशा लापरवाही करते पकड़ाए तो आपका ड्राइविंग लाइसेंस कैंसल भी किया जा सकता है।

  • किसी दूसरे को चोट पर हर्जाने देने का दायित्व ?

बाईक इंश्योरेंस करवाने का सबसे पहला लाभ आपको यह होता है कि यह थर्ड पार्टी लायबिलिटी के खिलाफ आपको सुरक्षा प्रदान करता है। आपके बाइक से किसी दूसरे आदमी, वाहन या संपत्ति को हानि होने पर उसे जो कंपनसेशन वगैरह देना होता है वह थर्ड पार्टी लायबिलिटी के अंडर आता है। उस आदमी के ट्रीटमेंट का खर्च, कोर्ट केस होने पर मुकदमे और साथ ही साथ वकील का भी खर्च इसी थर्ड पार्टी लायबिलिटी के अंतर्गत आता है। यदि आपने अभी तक बीमा नही करवा रखा है तो आपको इन सभी खर्च का जिम्मा उठाना पड़ता है। वाहन बीमा होने पर इसके अंतर्गत का हर्जाना बीमा कंपनी प्रदान करता है।

  • आपकी बाइक को नुकसान, चोरी होने पर पैसे की भरपाई करना ?

यदि आपने कंप्रीहेंसिव बीमा लिया है तो थर्ड पार्टी लायबिलिटी के अलावा भी आपको ओन डैमेज कवर का भी लाभ प्राप्त होता है। ओन डैमेज कवर, किसी दुर्घटना में, आपकी वाहन को हुए हानि की भी भरपाई करता है। सरल हादसे के अलावा लोगों के हमले, नेचुरल कैलेनेटीज या फिर वगैरह के हादसे में हानि भी इसके अंतर्गत कवर किया जाता है। वाहन चोरी होने पर या पूरी तरह खराब होने पर भी बीमा कंपनी उसका पूरा खर्चा खुद उठती है।

  • ऑनलाइन टू व्हीलर इंश्योरेंस कैसे खरीदें ? 

किसी भी दो पहिए वाले वाहन के लिए ऑनलाइन इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदना बहुत ही सरल है। जानकारी के अनुसार, किसी भी इंश्योरेंस कंपनी से बीमा पॉलिसी लेने से पहले आवश्यक है कि आप विभिन्न कंपनियों की योजना का मुकाबला करे।

ऑनलाइन दुनियां में विभिन्न प्रकार की ऐसी भी वेबसाइट उपलब्ध है, जहां पर आप दो चक्के की गाड़ी की कंपनी, मॉडल और उसके खरीदने के वर्ष के अनुसार उसकी बीमा पॉलिसी का मुकाबला किया जा सकता है।

आपके जानकारी के लिए बता दे कि मुकाबला करने में आपको इस बात का खास ध्यान देने की आवश्यकता होती है कि आप आंके मूंद कर केवल प्रीमियम के बारे में ही सोच विचार न करें, बल्कि आपको पॉलिसी के अन्य फीचर पर भी अच्छे से ध्यान देने की आवश्यकता होती है।

बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी का प्रीमियम किस चीज पर डिपेंड करता है ?

  • बाइक बीमाकृत मूल्य IDV – आईडीवी गाड़ी मालिक के लिए वर्तमान गाड़ी मूल्य होता है। यह ऐसा मूल्य होता है जब गाड़ी मालिक बाइक चोरी, बाइक एक्सीडेंट इत्यादि के खिलाफ पैसे नुकसान का दावा करता है। यदि आप उच्च स्तर पर आइडीवी प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको उच्च स्तर पर आइडीवी प्रीमियम पेमेंट करना होगा।
  • बाइक मूल्य – आप जितनी महंगी गाड़ी का इंश्योरेंस करवाएंगे, आपको उतना ही महंगा बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम जमा करना होगा।
  • एनसीबी – यह एक नया मामला है। अगर देखा जाए तो एनसीबी को इंश्योरेंस प्रीमियम राशि से काटा जाता है। जिसके वजह से इंश्योरेंस प्रीमियम की राशि कम हो जाती है।
  • डेप्रिसीएशन – यह एक मुख्य वजह है जिसके कारण बाइक इंश्योरेंस पर असर पड़ता है। अगर देखा जाए तो बाइक जितना पुराना होगा। डेप्रिसीएशन उतना ही अधिक होगा और प्रीमियम में कटौती होगी। अगर आपके पास नई बाइक है तो कोई डेप्रिसीएशन की मूल्य नहीं होता है।

कौन – कौन सी कंपनी से बाइक इंश्योरेंस ले सकते हैं ?

  • Bajaj Allianz General Insurance
  • SBI General Insurance
  • Bharti AXA General Insurance
  • National Insurance Company
  • Kotak Mahindra General Insurance
  • Shriram General Insurance

बाइक इन्शुरन्स करने के लिए मोबाइल अप्लीकेशन

आज के समय में मोबाइल एप्लीकेशन जिनसे आप मनी ट्रांसफर करते है उन्होंने ग्राहकों की जरूरतों को देखते हुए अपने अप्लीकेशन पर साडी सुविधाएँ उपलब्ध कराई हुयी है जिनके माध्यम से आप आसानी से ऑनलाइन इन्शुरन्स कर सकते है। जिनमें प्रमुख अप्लीकेशन निम्नलिखित है

जैसे ही दिए गए एप्लीकेशन लिंक पर अआप जायेंगे उसमें आप बाइक , कार, हेल्थ और भी बहुत सरे ऑप्शन नजर आएंगे आप वहां से अपनी गाड़ी और अपनी डिटेल्स भरकर आसानी से ऑनलाइन बाइक का इन्शुरन्स कर पाएंगे।

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