Entrepreneurship Concept in Hindi

“Entrepreneurship” शब्द आपने कई वीडियो और बहुत जगह सुना होगा लेकिन क्या आप इसके Concept से अवगत है ,क्या होता है Entrepreneurship ? ,कितने प्रकार का होता है ये सब जानते है।

आजकल का समय बदलाव और तकनीक का समय है।  समय के साथ साथ सब चीज़े बदल रही है। ऐसी स्थिति में व्यवसाय भी इस बदलाव से अछूता नहीं है। व्यवसाय ने भी अपना रूप बदल लिया है और वह अब एक और रूप Entrepreneurship  के रूप में जाना जाता है।

क्या है उद्यमिता? (What is Entrepreneurship?)

Entrepreneurship  को ही हिंदी भाषा में उद्यमिता के नाम के से जाना जाता है। उद्यमिता किसी व्यवसाय या उद्यम को लाभ कमाने के उद्देश्य  से स्थापित करने व् उसका संचालन करने की क्षमता को कहा जाता है।

 साधारण शब्दों में कहा जाए तो उद्यमिता किसी भी व्यक्ति के अंदर उत्पन्न व्यापार करने के विचार और उसका क्रियान्वयन है। उद्यमिता के मार्ग  के पर चलकर व्यवसाय करने वाले व्यवसायी कुछ नया करने की सोच रखते है और करते है।  यह लोग एक अपनी एक अलग सोच के साथ अपना व्यवसाय शुरू करते है और समाज में अपनी पहचान बनाते है।

वर्तमान समय में डिजिटल उद्यमिता सबसे अधिक देखी जा रही है। डिजिटल उद्यमिता ने कुछ ही समय में बाजार में अपनी पकड़ बना ली है। 

डिजिटल उद्यमिता  (Digital Entrepreneurship)

डिजिटल उद्यमिता एक ऐसी उद्यमिता है जिसमे व्यवसायी एक ऐसी कंपनी का मालिक होता है जो की ऑनलाइन काम करती है। डिजिटल उद्यमिता में व्यवसायी अपने व्यवसाय को स्थापित करने और चलाने के लिए डिजिटल तकनीक का सहारा लेते है। इसके अतिरिक्त इस उद्यमिता में सामान बेचने व् खरीदने के लिए भी ऑनलाइन प्लेटफार्म का इस्तेमाल किया जाता है।

डिजिटल उद्यमिता  के कुछ उदहारण है – पॉडकास्ट , ब्लॉगर , डिजिटल रिटेलर , ऑनलाइन टीचिंग आदि।

उद्यमिता के प्रकार (Types of Entrepreneurship)

उद्यमिता को उसके आकार व् स्वामित्व के आधार पर कई प्रकार में विभाजित किया गया है जैसे की –

  • लघु उद्योग उद्यमिता (Small Scale Business Entrepreneurship)

लघु उद्योग उद्यमिता का संचालन छोटे स्तर पर किया जाता है और इनका स्वामित्व व्यक्तिगत तौर पर होता है। इस प्रकार की उद्यमिता में मुख्य रूप से कम पूंजी का निवेश करके कार्य शुरू किया जाता है।  इसका संचालन मालिक द्वारा या उसके परिवार के सदस्यों द्वारा ही किया जाता है। साथ ही साथ इसमें बड़ी संख्या में लेबर नहीं रखी जाती है। लघु उद्योग उद्यमिता मुख्य रूप से परिवार के परिवार की आजीविका चलाने के लिए शुरू की जाती है।

लघु उद्योग उद्यमिता में निवेश सम्बन्धी आवश्यकता की पूर्ति अनौपचारिक तरीके से की जाती है , जैसे की – मित्रो से या परिवार के अन्य सदस्यों से ऋण लेना आदि। लघु उद्योग उद्यमिता के कुछ उदहारण  है – हेयरड्रेसर की दुकान , किराना स्टोर , ट्रेवल एजेंट आदि।

  • बड़े उद्योग उद्यमिता (Large Scale Business Entrepreneurship)

बड़े उद्योग उद्यमिता बहुत बड़े स्तर पर शुरू की जाती है।  इसमें पूंजी का निवेश भी बहुत अधिक किया जाता है। इस प्रकार की उद्यमिता का स्वामित्व व्यक्तिगत या सामूहिक दोनों प्रकार का हो सकता है।

इस प्रकार की उद्यमिता की शुरुआत पहले से चल रही किसी कंपनी के तकनीक , प्रतिस्पर्धा में परिवर्तन करके या कोई नई कंपनी शुरू करके की जाती है।

  • सामाजिक उद्यमिता (Social Entrepreneurship)

सामाजिक उद्यमिता मुख्य रूप से समाज को ध्यान में रख कर शुरू की जाती है। इस प्रकार की उद्यमिता का उद्देश्य लाभ कमाना न होकर समाज सेवा करना होता है। इस प्रकार की उद्यमिता में ऐसी सेवाएं या वस्तुएं निर्मित की जाती है जो की समाज की आवश्यकता की पूर्ति करें। 

  • स्केलेबल स्टार्टअप उद्यमिता (Scalable Startup Entrepreneurship)

स्केलेबल स्टार्टअप उद्यमिता की शुरुआत मुख्य रूप से प्रथम पीढ़ी के व्यवसायी द्वारा की जाती है। इस उद्यमिता की शुरुआत एक व्यवसायी एक अलग सोच  या बिज़नेस आईडिया के साथ करता है। इस उद्यमिता का मुख्य उद्देश्य कुछ नया करने की चाह और बिज़नेस आईडिया को जमीनी स्तर पर उतरना  होता है। 

इस  उद्यमिता की  शुरुआत करने के  लिए बड़े निवेश की आवश्यकता होती है।  प्राय इस प्रकार के उद्यमिता में वही निवेशक निवेश करते है जो की नई सोच या आईडिया की बढ़ावा देना चाहते है।


उद्यमिता की विशेषताएं (Characteristics of Entrepreneurship)

व्यवसाय एक ऐसा क्षेत्र है जहां हर कोई व्यक्ति सफल नहीं होता है। बहुत कम व्यवसायी होते है जो की अपने व्यवसाय में सफल होते है। आज हम आपको उद्यमिता  की कुछ ऐसी ही विशेषताएं बता रहे है जो की एक उद्योग को सफल करने में कारगर है। यह विशेषताएं इस प्रकार है –

  • जोखिम लेने की शक्ति

एक व्यवसायी जो की उद्यमिता का मार्ग चुन उस पर चल रहा है उसमे जोखिम उठाने का गुण अवश्य होना चाहिए। कोई भी व्यवसायी कितनी ही  अच्छी योजना क्यों न बना ले , जब तक वह जोखिम नहीं उठाएगा तब तक वह सफल नहीं सकता है। एक व्यवसायी के लिए सबसे ज्यादा आवश्यक है की वह जोखिमों का सही अनुमान लगाएं और उन्हें सहन करने में सक्षम हो।

  • कुछ नया करने की चाह

उद्यमिता के लिए सबसे ज्यादा आवश्यक है की व्यवसायी में कुछ नया करने की चाह होनी चाहिए। समय के साथ प्रत्येक चीज़ बदल जाती है ऐसी स्थिति में बदलते समय के साथ व्यवसाय की समस्याएं व् आवश्यकता बदल रही है। ऐसे में व्यवसायी को चाहिए की वह समय के साथ साथ नए नए परिवर्तन करें।

  • अच्छा नेता बनने का गुण

एक अच्छा नेता ही अपने नीचे सभी लोगो को एक साथ लेकर चल सकता है। एक सफल व्यवसायी वही होता है जिसमे एक अच्छा नेता बन कर सही से नेतृत्व करने का गुण मौजूद हो। उद्यमिता की सफलता के लिए आवश्यक है की एक अच्छा नेता अपने कर्मचारियों को एक साथ लेकर अपने लक्ष्यों की पूर्ति करें।

  • दूरदर्शी सोच

उद्यमिता की शुरुवात करने वाले व्यवसायी की सोच दूरदर्शी होनी चाहिए , जिससे की वह दूर तक सोच कर भविष्य के लिए कारगर योजना बना सके। एक दूरदर्शी सोच वाला व्यवसायी ही अपने लक्ष्यों में सफलता हासिल कर सकता  है।

  • तकनीक का उपयोग

वर्तमान समय में समय के साथ साथ तकनीक बदल रही है।  प्रतिदिन एक नई तकनीक बाजार में उपलब्ध होती है। एक सफल उद्यमिता वही व्यवसायी बनता है जो की समय के साथ साथ नई तकनीकों को अपनाये और अपने व्यवसाय को प्रगति प्रदान करें।

  • व्यवसायी का लचीलापन

एक सफल उद्यमिता बनने के लिए आवश्यक है की व्यवसायी की सोच में लचीलापन होना चाहिए। व्यवसायी की सोच इतनी लचीली होनी चाहिए की वह समय और परिस्थिति के अनुसार अपने फैसले बदल सके। यदि कोई व्यवसायी समय के अनुसार अपने फैसले नहीं बदलता है और अपने एक ही फैसले पर अडिग रहता है तो वह कभी भी एक सफल व्यवसायी  नहीं बन पायेगा।


Small scale business Ideas


उद्यमिता का महत्व (Importance of Entrepreneurship)

वर्तमान समय में उद्यमिता  हमारे समाज के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। नए नए व्यवसायी उद्यमिता  के मार्ग पर चलकर कुछ नया कर रहे है और समाज में बदलाव ला रहे है। उद्यमिता अनेक प्रकार से हमारे लिए महत्व रखती है जैसे की –

  • उद्यमिता रोजगार प्रदान करती है –

एक व्यवसायी जब उद्यमिता का मार्ग चुनकर उस पर चलता है तो वह अपने लिए तो जीविका सृजन करता ही है साथ साथ वह समाज में रह रहे बेरोजगार व्यक्तियों को भी रोजगार के अवसर प्रदान करता है। उद्यमिता  के माध्यम से कुशल श्रमिकों को तो रोजगार मिलता ही है इसके अतिरिक्त अकुशल श्रमिकों को भी रोजगार व् प्रशिक्षण मिलता है।

  • उद्यमिता आविष्कार की जननी है –

कोई भी व्यवसायी उद्यमिता की शुरुआत एक नयी सोच और आईडिया के साथ करता है। उद्यमिता के माध्यम से व्यापारी नए नए उत्पादों का आविष्कार करता है और उन्हें बाजार में लेकर आता है।

  • उद्यमिता राष्ट्रिय विकास में सहायक है –

उद्यमिता देश के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।  उद्यमिता देश में रोजगार के अवसर प्रदान करती है जिससे की देश की प्रतिव्यक्ति आय में वृद्धि होती है।  इसके अतिरिक्त उद्यमिता के द्वारा देश में अनेक उत्पाद बनाये जाते है व् उनका निर्यात भी किया जाता है।  जिससे की देश की सकल घरेलु आय में वृद्धि होती है।

  • उद्यमिता के द्वारा व्यक्तिगत जीवन स्तर में सुधार –

उद्यमिता व्यक्तिगत जीवन स्तर में सुधार करने के लिए बेहद उपयोगी है। उद्यमिता के द्वारा समाज के अधिक से अधिक लोगो को रोजगार मिलता है जिससे की वह अपनी शिक्षा , स्वास्थ और खान पान को बेहतर बना पाते है। 

उद्यमिता के कौशल(Skills of Entrepreneurship)

एक व्यवसायी के अंदर कुछ मूलभूल कौशल होने चाहिए जिससे की वह एक सफल उद्यमिता का निर्माण कर सके।  यह कौशल इस प्रकार है –

  • बिज़नेस मैनेजमेंट कौशल

एक व्यवसायी तभी सफल उद्यमिता बन सकता है जब उसे अपने बिज़नेस को ठीक ढंग से चलाना आता हो।  व्यवसायी के अंदर संसाधनो का उचित उपयोग , योजना बनाना आदि जैसे गुण अवश्य होने चाहिए।

  • कम्युनिकेशन स्किल

एक सफल उद्यमिता बनने के लिए आवश्यक है की व्यक्ति के अंदर कम्युनिकेशन स्किल अच्छे होने चाहिए।  जिससे की वह दूसरों की बात अच्छे से सुने व् समझे और दूसरों को अपनी बात समझा भी सके।

  • नेटवर्किंग स्किल

एक सफल व्यवसायी बनने के लिए आवश्यक है की व्यक्ति के अंदर अच्छे नेटवर्किंग स्किल होने चाहिए।  जिससे की वह बाजार में ब्रांडिंग , मार्केटिंग , और नेटवर्क बनाने का काम अच्छे से कर सके।

  • टाइम मैनेजमेंट स्किल

एक व्यक्ति तभी सफल हो सकता है जब वह समय का सदुपयोग करता होगा। सफल उद्यमिता बनने के लिए भी आवश्यक है की व्यवसायी अपने समय का सही उपयोग करके अपने लक्ष्यों की प्राप्ति करें।


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FAQs-

Entrepreneurship का क्या Concept है ?

Entrepreneurship एक नए व्यवसाय उद्यम को बनाने, विकसित करने और प्रबंधित करने, नवीन विचारों को आगे बढ़ाने और लाभ और विकास के अवसरों को भुनाने के लिए वित्तीय जोखिम लेने की प्रक्रिया है।

सफल उद्यमियों (entrepreneurs) की प्रमुख विशेषताएँ क्या हैं?

सफल उद्यमी नवाचार, जोखिम लेने, दृढ़ संकल्प, अनुकूलन क्षमता, नेतृत्व और प्रभावी संचार जैसे गुण प्रदर्शित करते हैं। वे अवसरों का लाभ उठाते हैं, चुनौतियों का डटकर मुकाबला करते हैं और अपनी दूरदर्शिता से व्यवसाय को आगे बढ़ाते हैं।

Entrepreneurial process के चरण क्या हैं?

एक उद्यमी आमतौर पर जिन विभिन्न चरणों से गुजरता है, वो निम्न है -बिज़नेस आईडिया और मार्केट रिसर्च से लेकर बिज़नेस प्लानिंग ,उसका एक्सिक्यूशन और उसकी ग्रोथ


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